किस दिशा में जाने से शूल मिलेगा – कांटा मिलेगा आइये उसे जान लेते हैं। दिशाएँ दस होती हैं। परन्तु संपूर्णतया ऊपर या नीचे कोई जाता नहीं है अतः 8 दिशाओं की ही बात की जाती है।
It is the direction which should be avoided to undertake journey on that particular day.
पूर्व और आग्नेय – सोमवार एवं शनिवार East & South – East Monday & Saturday
दक्षिण और नैऋत्य – गुरुवार South & South – West Thursday
पश्चिम और वायव्य – रविवार, शुक्रवार West & North – West Sunday & Friday
उत्तर और ईशान – मंगलवार, बुधवार North & North-East Tuesday & Wed.
इसको याद रखने के लिए एक दोहा प्रचलित है। वह है,
सोम शनिश्चर पूरब न चालू। मंगल बुध उत्तर दिशि कालू।।
रवि शुक्र जो पश्चिम जाय। हानि होय पर सुख न पाय।।
बीफे दक्षिण करे पयाना। फिर नहीं होवे ताको आना।।
इस दोहे की हर दिशाएँ अपने दाहिने तरफ के उपदिशा के लिए भी वही फल देती हैं।