नवागंतुक आंग्ल वर्ष स्वागतम् New Year Welcomed – IN 3 WAYS समय हो तो कृपया तीनों को देखें
अँग्रेज़ी नववर्ष पर राष्ट्रकवि श्रद्धेय रामधारी सिंह ” दिनकर ” जी की बहु चर्चित कविता :- ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं,है अपना ये त्यौहार नहीं,है अपनी ये तो रीत नहीं,है अपना ये व्यवहार नहीं। धरा ठिठुरती है शीत से,आकाश में कोहरा गहरा है,बाग़ बाज़ारों की सरहद परसर्द हवा का पहरा है। सूना है प्रकृति […]