माघकृष्ण पक्षकी षट्तिला एकादशी की मूल कथाLeave a Comment / Religious आध्यात्मिक / By mandakiniयह एकादशी तिथि से नहीं अपितु नक्षत्र से तय की जाती है। आर्द्रा या मूल नक्षत्र में ही इसका व्रत होना विधेय है। ।।सीताराम।।