आमलकी एकादशी 15 min

फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को आँवला के पेड़ के नीचे भगवान श्री परशुरामजी की पूजा की जाती है। आंवले की परिक्रमा करते हुये यह भावना की जाती है कि यह हमारे पापों को सोख रही है – क्योंकि इसकी श्रेष्ठता इतनी है कि भगवान श्री रामचंदरजी ने भी इनकी पूजा व परिक्रमा किया था। आंवले के सेवन से प्रतिदिन 3 गाय के दान करने का फल मिलता है।

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