Author name: mandakini

सफला एकादशी, पौष कृष्ण पक्ष का महात्मय हिंदी में Safla Ekadashi of Poush Krishna Paksh

युधिष्ठिर ने पूछा : स्वामिन् ! पौष मास के कृष्णपक्षकी एकादशी का क्या नाम है? उसकी क्या विधि है तथा उसमें किस देवता की पूजा की जाती है ? यह बताइये ।भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं : राजेन्द्र ! बड़ी बड़ी दक्षिणावाले यज्ञों से भी मुझे उतना संतोष नहीं होता, जितना एकादशी व्रत के अनुष्ठान से होता है […]

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ऋग्वेदोक्तं देविसूक्तम् DEVI SUKTA from Rig Veda

That written here should be honoured in the same way as if Goddess is speaking herself as had Krishna spoken in Gita. Vak, daughter of Rishi Ambhrin is said to have imbibed in her the DNA of Goddess. Her words carry the same weight & honour as that of the Goddess herself. That mentioned here

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रुद्रयामल तंत्रोक्त सिद्धकुंजिका स्तोत्रम् Sidh Kunjika Stotram

रुद्रयामल तंत्रोक्त इस पाठ के बिना देवी के सप्तशती पाठ का कोई महत्त्व नहीं है. इसी एक पाठ से ही अनेकों सिद्धियाँ संभव हैं

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सप्तश्लोकी दुर्गा या अम्बास्तुति Saptshloki Durga or Amba Stuti

कलियुग में समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु शंकरजी को देवी (संभवतः पार्वतीजी ने ) इन सात मन्त्रों का ज्ञान दिया. वस्तुतः उनको क्या नहीं मालूम रहा होगा परन्तु अपने यहाँ दुसरे को बड़ाई देने के लिए भी ऐसे प्रश्न पूछने की परम्परा रही है. ये सात मन्त्र व्यक्ति को पूर्ण पाठ का फल देने में

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नवागंतुक आंग्ल वर्ष स्वागतम् New Year Welcomed – IN 3 WAYS समय हो तो कृपया तीनों को देखें

अँग्रेज़ी नववर्ष पर राष्ट्रकवि श्रद्धेय रामधारी सिंह ” दिनकर ” जी की बहु चर्चित कविता :- ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं,है अपना ये त्यौहार नहीं,है अपनी ये तो रीत नहीं,है अपना ये व्यवहार नहीं। धरा ठिठुरती है शीत से,आकाश में कोहरा गहरा है,बाग़ बाज़ारों की सरहद परसर्द हवा का पहरा है। सूना है प्रकृति

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कीलक Keelak

कीलक का पाठ दुर्गा सप्तसती के पहले किया जाता है. मेरी समझ से इसके कोरे पाठ की अपेक्षा इसमें दिए गये सीख को समझना चाहिए. श्री दुर्गा सप्तसती जैसे महान फलदायी ग्रन्थ को कीलित कर दिया गया है. अर्थात उसे लॉक कर दिया गया है. देवी के पाठ का सामान्य फल तो मिलेगा ही चाहे

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चंडी कवचम् CHANDI KAWACHAM

चंडी कवच या देवी कवच श्रीदुर्गासप्तशतीजी के पाठ के प्रारम्भ में पढ़ा जाता हैं. यह पाठ श्री मार्कन्डेय पुराण में दिया गया है. इस रक्षा कवच का स्वतंत्र पाठ भी किया जा सकता है. इसको दिन में तीन बार पढ़ना बड़ा ही लाभदायक होता है. रिकॉर्डिंग में यह पाठ साढ़े सात मिनट का हो गया

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कुलगीत में काशी दर्शन देव दीपावली KULGEET & KASHI’s Dev Deepawali – Fusion

काशी की महिमा को विभिन्न तरीकों से गाया गया है। काशी हिन्दू विश्विद्यालय के कुल गीत में भी काशीजी के महिमा का खूब गाई गयी है। मैंने 2020 के देवदीपावली पर दुल्हन सी सजी काशीजी के दर्शन करते हुए महामना के महान कार्यों को याद करते हुये उनके जन्म दिवस 25 दिसम्बर को उन्हें यह

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मोक्षा एकादशी की मूल कथा संस्कृत में व दृश्य अर्थ साथ में Storey of Moksha Ekadashi of Margashirsha shuklpaksh in Samskrit

मोक्षा एकादशी का व्रत पितरों को अधम योनि से निकाल कर उनको तारने वाला है। इसमें तनिक भी संदेह नहीं हैं – भगवान् श्री कृष्ण के वचन यह व्रत चिंतामणि के सामान समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाला है – भगवान् श्री कृष्ण के वचन इस व्रत के फल का श्रवण मात्र भी वाजपेय यग्य

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