An Interview with Devanand

Very impressive interview worth watching. Superstar Devananad at 80 gives says that man never becomes old he says man only matures and matures and then dies.

देखिये इस जवां दिल का क्या कहना है। हर दिल अज़ीज़ पद्म भूषन सम्मानसे सम्मानित (2001) में देवानंदजी कितनी बेबाकी से जिन्दगी को सकूँन भरा बनाने का राज बताते हैं।
वे कहते हैं कि वे 20 वर्ष के अभी भी हैं। उनकी मानें तो कोई कभी बूढ़ा होता ही नहीं है – सिर्फ स्याना होता है।
वे समाधि जैसी अवस्था का भी जिक्र करते हैं।
बढ़ती उम्र से क्या डरना। लोग तो 30 में भी चल देते हैं मैं काम मे व्यस्त रहता हूँ इसलिये ऐसे सोचता ही नहीं हूँ।
बुढापे में अपने लोग चाहते हैं कि यह मर क्यों नहीं जाता है। *परन्तु यदि आप समाज को कुछ दे रहे होते हैं तो ऐसा नहीं होता है।
पिताजी को भी याद करते हैं।
“हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया”
“जो मिल गया उसी को मुक़्क़द्दर समझ लिया”
उन्होंने कहा कि द्वेष व शिकायतों का बोझ लेकर कभी नहीं जीना चाहिए।। दुुुख में समय बिताना ही नहीं चााहिये।

लीजिये उनके बातों का आनंद लीजिये।
।।सीताराम।।

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