शनि शिंगणापुर Shingnapur Dev

सूर्य पुत्र शनि देव की जय हो। जय हो। जय हो।

शनि देव कि आँखों वाली प्रतिमा या फोटो से दूर रहें –

मेरी आप सभी भक्तों से निवेदन है कि शनि देव कि किसी भी ऐसी फोटो को न देखें, न रखें, न ही फॉरवर्ड करें, न ही शेयर करें, जिसमें उनकी आँखें खुली हों। उनकी पूजा उनके पीठ कि तरफ से की जाती है। उनके सम्मुख जाने वाले नुकसान होता है – ऐसा सुना जाता है।

न्याय के देव – शनि न्याय प्रिय हैं। ये न्याय के देवता हैं। यदि कोई सत्य के मार्ग पर चल रहा है और उसने कोई गलत काम नहीं किया है तो शनि देव उसे दण्ड नहीं देते हैं एवं उनके साढ़े साती व ढैया हँसते – खेलते निकाल जाती है ऐसा महान पुरुष कहते हैं।

ये ऐसे कठोर न्यायाधीश हैं कि जन्म लेते ही इन्होंने अपने पिता सूर्य को दंडित कर दिया था। अपने माता को अपमानित करते देख उन्होंने अपने पिता को देख भर लिया जिससे उनकी गति रुक गयी एवं उनका रंग धूमिल हो गया – उनकी चमक खत्म हो गयी। सूर्य ने शंकर का ध्यान कर उनसे उपाय पूछ के शनि देव एवं उनकी माता से माफी माँगा तब जा करके वे यथावत हुये।

शनि कि माता शिव भक्ता थीं। शनि भी शिव को सम्मान देते हैं।

काशीजी में एक ब्रह्मचारी शनि महाराज के प्रसिद्ध उपासक हैं। उनका नाम स्वामी कन्हैया है। उनका कहना है कि शनि का उपाय नहीं करना चाहिए। क्योंकि वे किसी से दबते नहीं हैं। कोई उनको उपाय से नहीं दबा सकता है। उनसे केवल प्रार्थना करनी चाहिए।

यह अलग बात है कि स्वयं शनि देव अपने वरदान से जिससे भी आबद्ध हैं उनके माध्यम से आप उन्हें जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं, यह अलग बाद है कि आप सोच सकते हैं कि उस पाठ से शनि दब गए पर ऐसा नहीं है। वह केवल अपने वरदान का मान रखते हैं। It is merely keeping the gentelemen promise.

विश्व प्रसिद्ध शनि का धाम – शनि शिंगणापुर

यहाँ पर एक चबूतरे पर स्वयंभू शिला कि पूजा शनि देव के रूप में होती है।

दर्शन के पहले पुरुषों को मात्र धोती में जाना होता है वह भी भीगे में । वहीं जल गिरता रहता है उसी से भीग कर जाते हैं।

पहले ऊपरी चबूतरे पर महिलाओं का जाना वर्जित थे। परंतु अब उनको अनुमति मिल गयी है।

यहाँ पर किसी भी घर में ताला नहीं लगाया जाता है। सबको विश्वास है कि न्यायप्रिय शनि के संरक्षण में किसी के घर चोरी नहीं होगी। इस कारण से इसका वर्णन गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में भी शामिल है। यहाँ पर UCO Bank ने भी अपनी एक शाखा खोला है जिसमें दरवाजे तो हैं क्योंकि वे as per norms जरूरी हैं परंतु सुना जाता है कि बैंक कर्मी उनमें ताला नहीं लगाते हैं।

Official Website

Details in English as per wiki

https://en.wikipedia.org/wiki/Shani_Shingnapur

आस पास – मंदिर से अहमदनगर स्टेशन लगभग 35 किलोमीटर दूर है।

70 किलोमीटर दूर शिर्डी के साईबाबा का मंदिर है।

69 किलोमीटर दूर सकोरी है।

79 किलोमीटर दूर अजंता – एलोरा कि विश्व प्रसिद्ध गुफाएँ हैं।

143 किलोमीटर दूर नासिक है।

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