श्री राजीव दीक्षित जी के घरेलू उपचार – 1
- चर्म रोगों के लिये सुबह सो कर उठने पर अपने लार को लगा लें। आँखों के नीचे बने dark spot को भी वह ठीक करेगा।
- अच्छी नीद पाने का उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- खर्राटा दूर करने का उपाय How to get rid of Snoaring? देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का उपाय देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- रात को लघु शंका करने के लिए न उठना पड़े इसका उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- कम से कम 6 घण्टे नींद पाने का उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- हाइ ब्लड प्रैशर – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- मोटापा कम करने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- अस्थमा के लिये – दालचीनी और शहद का सेवन करें। कच्चा नारियल 50 ग्राम तक चबा चबा कर खायें। 40 दिन में ठीक हो जाएगा।
- हार्ट अटैक से बचने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- ब्लॉकेज को दूर करने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- रक्त की अम्लता या एसिडिटि के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- ट्राई ग्लिसेराइड को कम करने के लिये- मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- कब्ज रहता हो , बड़ी आंत साफ न रहती हो – सुबह उठ कर घूंट – घूंट पानी पीना लाभकारी होता है परंतु यदि रोग पुराना हो तो सोहागा या borax बहुत लाभ करता है परंतु सीधे न खायें होमयोपथी दवा के रूप में उसे लें। borax 30 या 200 के 3 खुराक लें। 1 बूँद दवा को आधे कप पानी में मिलावें और उसके तीन भाग करके दिन में तीन बार ले लें। जीवन भर के लिये आंत साफ हो जाएगी। मुंह के छाले दूर हो जाएँगे।
- मुंह के छालों के लिये – borax 30 या 200 के 3 खुराक लें। 1 बूँद दवा को आधे कप पानी में मिलावें और उसके तीन भाग करके दिन में तीन बार ले लें। जीवन भर के लिये आंत साफ हो जाएगी। मुंह के छाले दूर हो जाएँगे।
- Arthritis आर्थ्राइटिस – कितने भी पुराना जोड़ों का दर्द हो, रोज पान में खाने वाला चूना केवल 2 ग्राम लें। स्वस्थ व्यक्ति केवल 1 ग्राम ही लें। दूध, दहि, पानी जिसमें चाहें ले लें। साथ ही पारिजात या हरसिंगार के 4 या 5 पत्ते ले कर पीस लें और पानी में डाल कर धीमी आंच पर पकावें। पानी आधा रह जाय तब उसको सुबह सुबह खाली पेट ले लिया करें। यह दो उपाय सभी को करना चाहिए कई और रोगों को ठीक रखेगा। दालचीनी और सोंठ का काढ़ा भी जरूर पियें। दोनों ही प्रकार में 10 दिन में ही लाभ दिखेगा।
- तिल का प्रयोग – खाना खाने के बाद रोज तिल को खूब चबा कर खाएं। काला मिले तो ज्यादा अच्छा। इससे हार्ट अटैक, मोटापा और आर्थराइटिस दूर रहते हैं।
- Acidity एसिडिटि – खाने के बाद तवे पर भुजे अजवाइन को काले नमक के साथ ले लें।
- गुड़ बढ़िया या मिश्री? गुड़ से अच्छा कुछ नहीं। चीनी तो कभी नहीं।
- नमक कौन अच्छा? सेंधा या काला ही खाएं। समुद्री नमक छोड़ दें। यदि शुद्ध तोरा नमक मिले जो 40 साल पहले मिलता था, तो वह खा सकते हैं। बाकी सब बेकार हैं – चाहे वे आयोडाइज़्द ही क्यों न हों।
- दिन भर नींद आती है – तो चूना को मट्ठे या छांछ के साथ लें।
- डाइबेटिस – मेथी दाना खाएं और त्रिफला जरूर खाएं। दोनों को एक – एक चमच रात में गरम पानी में भिगो कर रख लें और सुबह उठ कर उस पानी को भी पी लें और जो कुछ है वह सब कुछ खा लें। 4 महीने में शुगर लेवेल जरूर कम होगा।
- Thyroid थाइरोयड – धनिया की चटनी रोज खाएं। जब तक हरी धनिया मिले तब तक उसके पत्तों की एवं जब मौसम न हो या बहुत मंहगी हो तब खड़े धनिया को ही भिगो कर पीस लें। उसका एक च्चमच गुंनगुने पानी में मिला कर पी लें। नमक इत्यादि कुछ न मिलावें।
- पथरी – चूना कभी न लें। आयुर्वेदिक काढ़ा पाषाण भेद लें न मिले तो होम्यो की दवा burbaris vulgaris @ लें। परंतु मेरा अनुभव है कि gall bladder या पित्ताशय कि पथरी निकाल पाती नहीं है। उसका ऑपरेशन ही करवा देना चाहिए।
- दाँत के दर्द–
- चर्म रोगों के लिये सुबह सो कर उठने पर अपने लार को लगा लें। आँखों के नीचे बने dark spot को भी वह ठीक करेगा।
- अच्छी नीद पाने का उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- खर्राटा दूर करने का उपाय How to get rid of Snoaring? देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का उपाय देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- रात को लघु शंका करने के लिए न उठना पड़े इसका उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- कम से कम 6 घण्टे नींद पाने का उपाय – देशी घी को थोड़ा गर्म कर लें और उसको हल्के से एक – एक बूँद दोनों नाकों से सुरक लें एवं सो जाएँ।
- हाइ ब्लड प्रैशर – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- मोटापा कम करने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- अस्थमा के लिये – दालचीनी और शहद का सेवन करें। कच्चा नारियल 50 ग्राम तक चबा चबा कर खायें। 40 दिन में ठीक हो जाएगा।
- हार्ट अटैक से बचने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- ब्लॉकेज को दूर करने के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- रक्त की अम्लता या एसिडिटि के लिये – मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- ट्राई ग्लिसेराइड को कम करने के लिये- मेथी व पालक की सब्जी रोज खायें, जब हरी मेथी न मिले तो आधा ग्लास पानी में मेथी का दाना एक चम्मच भिगो कर सो जाएँ एवं सुबह उठने पर मेथी को चबा – चबा कर खा लें एवं उसके बाद उस पानी को पी लें। गाजर को कस कर खा लिया करें। लौकी का जूस पी लें, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें। ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें रस नहीं निकलता हो जैसे सेव, केला, अमरूद।
- कब्ज रहता हो , बड़ी आंत साफ न रहती हो – सुबह उठ कर घूंट – घूंट पानी पीना लाभकारी होता है परंतु यदि रोग पुराना हो तो सोहागा या borax बहुत लाभ करता है परंतु सीधे न खायें होमयोपथी दवा के रूप में उसे लें। borax 30 या 200 के 3 खुराक लें। 1 बूँद दवा को आधे कप पानी में मिलावें और उसके तीन भाग करके दिन में तीन बार ले लें। जीवन भर के लिये आंत साफ हो जाएगी। मुंह के छाले दूर हो जाएँगे।
- मुंह के छालों के लिये – borax 30 या 200 के 3 खुराक लें। 1 बूँद दवा को आधे कप पानी में मिलावें और उसके तीन भाग करके दिन में तीन बार ले लें। जीवन भर के लिये आंत साफ हो जाएगी। मुंह के छाले दूर हो जाएँगे।
- Arthritis आर्थ्राइटिस – कितने भी पुराना जोड़ों का दर्द हो, रोज पान में खाने वाला चूना केवल 2 ग्राम लें। स्वस्थ व्यक्ति केवल 1 ग्राम ही लें। दूध, दहि, पानी जिसमें चाहें ले लें। साथ ही पारिजात या हरसिंगार के 4 या 5 पत्ते ले कर पीस लें और पानी में डाल कर धीमी आंच पर पकावें। पानी आधा रह जाय तब उसको सुबह सुबह खाली पेट ले लिया करें। यह दो उपाय सभी को करना चाहिए कई और रोगों को ठीक रखेगा। दालचीनी और सोंठ का काढ़ा भी जरूर पियें। दोनों ही प्रकार में 10 दिन में ही लाभ दिखेगा।
- तिल का प्रयोग – खाना खाने के बाद रोज तिल को खूब चबा कर खाएं। काला मिले तो ज्यादा अच्छा। इससे हार्ट अटैक, मोटापा और आर्थराइटिस दूर रहते हैं।
- Acidity एसिडिटि – खाने के बाद तवे पर भुजे अजवाइन को काले नमक के साथ ले लें।
- गुड़ बढ़िया या मिश्री? गुड़ से अच्छा कुछ नहीं। चीनी तो कभी नहीं।
- नमक कौन अच्छा? सेंधा या काला ही खाएं। समुद्री नमक छोड़ दें। यदि शुद्ध तोरा नमक मिले जो 40 साल पहले मिलता था, तो वह खा सकते हैं। बाकी सब बेकार हैं – चाहे वे आयोडाइज़्द ही क्यों न हों।
- दिन भर नींद आती है – तो चूना को मट्ठे या छांछ के साथ लें।
- डाइबेटिस – मेथी दाना खाएं और त्रिफला जरूर खाएं। दोनों को एक – एक चमच रात में गरम पानी में भिगो कर रख लें और सुबह उठ कर उस पानी को भी पी लें और जो कुछ है वह सब कुछ खा लें। 4 महीने में शुगर लेवेल जरूर कम होगा।
- Thyroid थाइरोयड – धनिया की चटनी रोज खाएं। जब तक हरी धनिया मिले तब तक उसके पत्तों की एवं जब मौसम न हो या बहुत मंहगी हो तब खड़े धनिया को ही भिगो कर पीस लें। उसका एक च्चमच गुंनगुने पानी में मिला कर पी लें। नमक इत्यादि कुछ न मिलावें।
- पथरी – चूना कभी न लें। आयुर्वेदिक काढ़ा पाषाण भेद लें न मिले तो होम्यो की दवा burbaris vulgaris @ लें। परंतु मेरा अनुभव है कि gall bladder या पित्ताशय कि पथरी निकाल पाती नहीं है। उसका ऑपरेशन ही करवा देना चाहिए।
- दाँत के दर्द– लौंग का तेल लगावें , चूना खाएं, डातून और मंजन करें।
- शराब, तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी और पान पराग इत्यादि का नशा कैसे छुड़ाएँ – रोज आधा कप गोमूत्र पिलावें, अदरख या सोंठ का काढ़ा या अर्क दें। जिसको बवासीर होता है उसे अदरख के बजाय सोंठ देना चाहिए।
- कफ, सर्दी जुकाम- शहद सबसे अच्छी चीज है। न मिले तो गुड़ लें। चूना, और हल्दी भी लाभकारी है। दूध हल्दी और घी साथ में पीयें।
- पित्त – देशी गाय का घी गरम पानी में घोल कर पीयें। अजवाइन और काला नमक भी लेना लाभ करता है।
- बाल का झड़ना, गिरना, कम होना – दहि को ताँबे के बर्तन में रख दें। एक हफ्ते में पूरा हरा हो जाएगा। उससे बालों को अच्छे से मालिश करें। और एक घण्टे बाद उसे शिकाकाई से धो लें। हर हफ्ते करते रहें। गुड़ के साथ त्रिफला सुबह लें। गुड़ न मिले तो शहद में।
- टॉन्सिल- हल्दी का दूध रात को सोते समय दें।
- यूरिक एसिड – गाय का ताजा मूत्र एक कप रोज पी लें। ठीक हो जाएगा।
- उड़द कि दाल दालों का राजा है पर दहि के साथ नुकसान करता है। अतः दहि बाड़ा को कम खाएं।
- सुबह जूस पीएं , दोपहर में छांछ या मट्ठा और रात में दूध लें। सुबह दूध पीना ही हो तो आंवले के साथ लें। आंवला का मुर्रब्बा हो या च्यवनप्राश हो।
- मोटापा कैसे दूर करें – गाजर और सेव को कस कर बराबर मात्रा में मिला कर सुबह खाली पेट खा लीजिये। तीन महीने लगातार खाने के बाद 3 महीने आंवला खाइये। 2 या 3 ही खाये। चाहें मुरब्बा या जैसे भी। फिर 3 माह गाजर और सेव। फिर 3 माह आंवला। इस प्रकार एक वर्ष में कम से कम एक तिहाई वजन घट ही जाएगा।
- Bed wetting बच्चे बिस्तर पर पेशाब करते हैं तो क्या करें – खजूर को छोटे छोटे काट कर दूध में खूब उबालिये और वह खजूर खिलाते हुये उस दूध को पीला दीजिये।
- सुबह पेट नहीं साफ होता है – रात को गरम दूध में घी मिला कर पी लें या त्रिफला खा कर सो जाएँ। केवल हर्रें भी खा कर सो जाएँ। गरम कर पीस कर चूर्ण को खाएं। सीधे हर्रे को न खाएं। पर तीन महीने से ज्यादा न खाएं। कम से कम 15 दिन का रोक दें।
- त्रिफला 14 साल के बाद ही दें तो अच्छा। 6 के पहले कभी न दें।
- फ्रिज का उपयोग – पहले तो इसका उपयोग न करें तो बेहतर। परंतु यदि जरूरी है तो उसमें से निकाल कर कुछ भी दोबारा आंच पर न रखें। जैसे दूध दहि, दाल सब्जी कुछ भी फिर गरम करके न खाएं। एक घण्टे के लिए बाहर रख दें। वह प्राकृतिक रूप से जितना गरम हो जाएँ उसे ही खाएं। दुबारा आंच पर न चढ़ाएँ।
- अंजीर केवल वे ही खाएं जिनको शरीर में शक्ति कि कमी लगती है।
- ल्यूकोरिया – शतावरी चूर्ण को दूध में उबाल कर रात को सोते समय पीएं
- Mens Problem किसी भी तरह के मासिक धर्म कि समस्या में – खूब गरम आधे ग्लास पानी में एक चम्मच घी मिला कर दो या तीन बार पीएं। केवल उन्हीं दिनों पीएं जितना दिन खून आता हो।
- टीबी TB के मरीज को गो मूत्र पिलावें । अर्क नहीं।
- काजू वजन बढ़ाता है। इसे सिर्फ ठंडे प्रदेश में ही लेना उचित है।