July 2020

Kashi Yatra

काशी जी में कितने देवायतन हैं यह भगवान शंकरजी भी कह सकने में समर्थ नहीं हैं ऐसा उन्होंने स्वयं काशी खंड में कहा है। उनके उस कथन के बाद न जाने कितने परिवर्तन हो चुके हैं एवं कितने नए मंदिर बन गए हैं यह कौन जान सकता है।
ऐसे में सर्वत्र जाना संभव नहीं है परंतु मेरा यह प्रयास है की मैं अपनी परंपरा से प्राप्त जानकारी का प्रयोग करके आप लोगों को काशीजी के कुछ मंदिरों तक ले चल सकूँ। उन दर्शनों को अलग अलग विभागों में बाँटा गया है जिससे कि आप अपने पसंद के दर्शनों को प्रधानता पूर्वक कर लें। समय बचे तो और भी किए जा सकते हैं।
॥जय जय श्री सीताराम॥
Dear Divine Soul if you wish to visit Kashiji I may be of some help to make you reach at some of the enormous temples present at Kashiji. We may go at the places by walk or vehicle as desired by the team.
॥सीताराम॥

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होइहि सोइ जो राम रचि राखा

“होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा”

Some people use the statement, “होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा” to shed away their responsibilities. This is intended to be removed from the minds. How to react to an adverse situation in family may be learnt by this small episode of Lord Shiva and Sati when she defied her

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Darshan of Shri Kashi Vishwanath ji

You may use this link to get online live darshan of Shri Kashi Vishwanath ji. श्री कशिविश्वनाथजी के निरंतर दर्शन पाते रहने के लिए उपर्युक्त लिंक को टाइप या कॉपी पेस्ट करें। विश्वेश्वर जी की 5 प्रकार की आरती नित्य होती है There are 5 types of Aarti performed every day. • मंगला आरती Mangla

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भक्त हनुमान के विषय में शंका समाधान

‘प्रात लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा’ का रहस्य श्रीगणेशाय नमः , श्रीगुरवे नमः, श्रीसीतारामचर्णेभ्यो नमः, नारायण हरिः              हर तरह से सुन्दर होने से इसे सुन्दरकाण्ड कहा गया है। पूर्ववर्ती आचार्यों ने इसे श्रीरामचरितमानस रूपी माला का सुमेरु मान कर इसका नाम सुमेरकाण्ड रखा था (सर्वश्रेष्ट काण्ड)। यह वैसे ही

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