विदेशोंमें गायसे प्रेम की नयी लहरCow Cuddling या Cowmmunication

हमारे ऋषियों ने गाय के विषय में कितना महात्म्य गाया है उसके ऊपर मोटे मोटे ग्रंथ बने हैं। गो-गंगा-गायत्री के महत्त्व से कौन हिन्दुस्तानी नहीं परिचित है। मैंने भी अपनी पुस्तक मोक्षदायिनी काशी में उनको पूरा एक अध्याय समर्पित किया है जिसमें मैंने देशी गाय के महत्त्व का प्रतिपादन किया है। विज्ञान सम्मत जानकारी के साथ मैंने उसे आपकी सेवा में प्रस्तुत किया है। अब विदेशों में भी गाय के महत्त्व को जाना जाने लगा है एवं श्री सुधीर चौधरी जी की यह रिपोर्ट से पता लगता है की वहाँ पर गाय का संसर्ग प्राप्त करने के लिए लोग काफी रुपया भी खर्च कर रहे हैं जो हमारे यहाँ गो सेवा करने वालों को सहज में ही प्राप्त होता रहता है।

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