चौघड़िया मुहूर्त Choghadiya Muhurtam

चौघड़िया का जोड़ना

Calculation explained in English on next page

चौघड़िया निकालने के लिये प्रत्येक दिन और रात को 8 बराबर अवधि में विभाजित किया जाता है। सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को दिन का समय चौघड़िया कहा जाता है और सूर्यास्त से लेकर अगले दिन के सूर्योदय तक के समय को रात का चौघड़िया कहा जाता है।

मान लीजिये कि आपके शहर में किसी दिन सूर्योदय प्रातः 6 बजे होता है एवं सूर्यास्त रात्रि के 6 बजे होता है। तब ऊपर दी गयी तालिका आपके काम आयेगी। यदि जाड़ा का दिन है – अर्थात दिन छोटा हो रहा है तब दिन की चौघड़ियों का समय भी कम हो जाएगा एवं रात की चौघड़ियों का समय बढ़ जाएगा। गर्मियों में इसी का उल्टा होगा। सूर्योदय एवं सूर्यास्त के अंतर को मिनट में बदल लें एवं 8 से भाग दें। भाग देने से जो आवे उतने मिनट की एक चौघड़िया हुयी। दिये गए तालिका में क्रम से सूर्योदय के समय में उतना जोड़ते जाने से दिन की चौघड़ियाँ मिलती जाएंगी। आप उस समय को वहाँ लिख लें एवं देख लें कि लाभ, अमृत, शुभ, चर कब हैं उनमें काम करें। शेष को छोड़ देवें।

इसी तरह रात कि चौघड़ी निकालने के लिए सूर्यास्त से लेकर अगले दिन के सूर्योदय के अंतर को निकाल कर 8 से भाग दे कर सूर्यास्त के समय में निकाले गए समय को जोड़ते जाएँ एवं तालिका के अनुसार देख लें कि उस दिन पहली, दूसरी इत्यादि कौन से चौघड़ियाँ हैं।

आपका जोड़ सही होगा तो आप जोड़ते – जोड़ते सूर्यास्त एवं सूर्योदय के समय को क्रमशः पा जाएँगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो कोई गलती है।

जो लोग Astro इत्यादि से चौघड़ी देखते हैं उनको समय शुद्धि कर लेना चाहिए जिसे राहू काल वाले पृष्ठ पर लिखा गया है। उदाहरण के लिए वाराणसी के व्यक्ति को मोबाइल ऐप में दिये गए समय से 24 मिनट पहले ही उस चौघड़ी को शुरू हुआ मानना चाहिए जिसको वह देख रहा है। यदि उस ऐप में दिल्ली के समय को मान कर तालिका दी हुयी है। अन्यथा अलग।

आप चाहें तो आपके शहर एवं दिन के हिसाब से हम भी आपको उसे जोड़ कर बता सकते हैं

Index

page 1 दुघरी – एक परिचय

page 2 चौघड़ी – एक परिचय Introduction to Choughadi muhurtam

page 3 जोड़ने की विधि

page 4 Calculation of Choughadi

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