गणेश स्तोत्रम् Ganesh Stotra

सामने चित्र में आप देहली विनायक के दर्शन कर रहे हैं। उनके बगल में नृसिंह भगवान को देख रहे हैं जो प्रबल पापों को फाड़ डालते हैं। ये दोनों काशी खण्डोक्त विशिष्ट देव हैं। इनके विषय में विशेष जाने के लिए आप मेरी पुस्तक मोक्षदायिनी काशी के पृष्ट 55 का अध्ययन कर सकते हैं। पुस्तक प्राप्ति के लिए आप मेरी इसी वैबसाइट में होम पर जा करके publications में Books को क्लिक करके मेरी लिखित पुस्तकों के सेक्शन में से अपने पसंद के किताबों का ऑर्डर दे सकते हैं। मोक्षदायिनी काशी उनमें सबसे पहले है।

इस वीडियो के अंत में इसके पाठ का विशिष्ट फल वर्णित है। चाहें तो सुन लें।

॥ सीताराम॥

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