हरि शयनी एकादशी अर्थात आषाढ़ शुक्ल की पद्मा एकादशी

आज के दिन भगवान विष्णु सोते हैं-पर कहाँ नहीं सोते हैं उसे जानें। शयन व्रत विधि एवं संक्षिप्त चातुर्यमास विधि। रामाननदाचार्य जी का पवित्र उद्घोष ‘जाति पाति पूछे नहिं कोई, हरि को भजे सो हरि का होई’। गृहस्थ को कृष्ण पक्ष की एकादशी का व्रत करना चाहिए या नहीं – इसका निर्णय सप्रमाण। ‘कह रघुपति सुनु भामिनी बाता, मानहुं एक भगति कर नाता

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