नक्षत्रेश्वर के दर्शन मात्र से नक्षत्र, ग्रह, और राशियों की पीड़ा समाप्त हो जाती है। (काशी खण्ड 15/9) यह स्थान काशीजी के गंगा व वरुणा के संगम पर स्थित आदिकेशव जी के मन्दिर के बाहर पूर्व दिशा में है।
Mere darshan of Nakshatreshwar eradicates the problems created by bad Planetary positions, unfavourable constellations and problems created by Zodiac. This has been stated in Kashi Khand Ch 15 Verse 9 A ‘Must Visit’ place at the confluence of Ganges & Varuna at Varanasi.